June 19, 2025
१८ जून २०२५
अठारह जून बीस हजार पच्चीस
पिछली बार, खरगोश चिंता रहता जंगल के महाराज के घर जा रहा था । अब हम देखेंगे, क्या होगा ।
खरगोश शेर के घर में घुसता है । शेर छोटा खरगोश देखकर चिल्लाने लगता है । "क्या यह छोटा जानवर मेरा आज रात का भोजन होगा ? मेरी भूख बड़ी है । यह खरगोश मेरा पेट नहीं भर सकता है । क्या मुझे भूख रहना चाहीए ?"
खरगोश काँपते हुए कहता है, "महाराज, माफ कीजिए । हम जानवर ने समझ की एक ही खरगोश बहुत छोटा भोजन होगा । इसलिए हमने चार खरगोश भेजे । लेकिन रास्ता पर, हमने एक शेर से मिला । वह कहता था की वह जंगल का महाराज था, और उसने एक ही बार हमसे तीन खाये । मैं बाल ही बच सका । और अब, महाराज, माफ कीजिए की आपका भोजन इतना छोटा है ।
शेर गरजते हुए कहता है, "दूसरा शेर खुद को जंगल का महाराज बुलाता है ? मुझे यह बेवकूफ दिखाओ । वह मेरा दुश्मन है । मैं उसको मरूँगा ।"
खरगोश शेर के साथ एक गहरा कुआँ जाता है । "महाराज, आपका दुश्मन गुफा में है ।" शेर कुआँ में देखता है । वह तुरंत दूसरे शेर को देखता है । खरगोश जनता है की "गुफा" एक कुआँ है, और दूसरा शेर सिर्फ प्रतिबिंब है । लेकिन गुस्से व भूखे शेर के मन में, वह असली दुश्मन है । गुस्सा शेर अपने प्रतिबिंब को हमलते लगते है । लड़खड़ाते हुए वह कुआँ में गिरके डूबता है । इसके बाद जंगल के जानवर खुश रह सकते हैं |
मेरी खयाल से यह कहानी के पास कई पाठ हैं । हम सीखते हैं की कमजोर व्यक्ति शक्तिशाली व्यक्ति से मजबूत सकता है, जब कमजोर व्यक्ति मन इस्तेमाल करता है । हम सीखते है भी की लालच और गुस्सा अपने दिमाग में बदाल बना सकते हैं । अगर आप उन बदल के बीच नहीं देख सकते हैं, तो आप असल दुनिया नहीं देख सकते हैं । शायद इस कहानी के पास एक और पाठ है । अगर शेर शाकाहारी खाना ही खाता तो वह अभी भी जीवित होता । एक बैंगन आपको कभी नहीं धोका दिएगा ।
Panchatantra: Rabbit and Lion, part 2
Last time, the worried rabbit was going to the house of the king of the jungle. Now we'll see what will happen.
The rabbit goes into the lion's house. The lion, seeing the small rabbit, begins to scream. "Will this tiny animal be my dinner? My hunger is great. This rabbit wil not fill my stomach. Should I remain hungry?"
The rabbit, trembling, says, "Great king, forgive me. We animals understood that a single rabbit would be a very small meal. Therefore we sent four rabbits. But on the road, we met a lion. He said that he was the king of the jungle, and he ate three of us at once. I only escaped by a hair. And now, great king, forgive me that your meal is so small."
The lion, growling, says, "Another lion calls himself king of the jungle? Show me this fool. He is my enemy. I will kill him."
The rabbit goes with the lion to a deep well. "Great king, your enemy is in the cave." The lion looks into the well. He immediately sees another lion. The rabbit knows that the "cave" is a well, and the other lion is just a reflection. But the in angry and hungry lion's mind, it is a real enemy. The angry lion begins attacking his own reflection. Stumbling, he falls in the well and drowns. After this, the jungle animals can live happily.
In my opinion, this story have several lessons. We can learn that a weak person can be stronger than a powerful person, if the weak person uses their mind. We can also learn that greed and anger can create clouds in one's mind. If you can't see through these clouds, you can't see the real world. Perhaps this story has one more lesson. If the lion had only eaten vegetarian food, he would still be alive. An eggplant will never deceive you.
१८ जून २०२५
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अठारह जून बीस हजार पच्चीस
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पिछली बार, खरगोश चिंता रहता
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Chhota खरगोश जंगल के महाराज के घर जा रहा था । अब हम देखेंगे, क्या होगा ।
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खरगोश शेर के घर में घुसता है । शेर छोटा खरगोश देखकर चिल्लाने लगता है । "क्या यह छोटा जानवर मेरा आज रात का भोजन होगा ?
Fine
मेरी भूख बड़ी है । यह खरगोश मेरा पेट नहीं भर सकता है । क्या मुझे भूख रहना चाहीए ?" खरगोश काँपते हुए कहता है, "महाराज, माफ कीजिए । हम जानवर ने समझ की एक ही खरगोश बहुत छोटा भोजन होगा । इसलिए हमने चार खरगोश भेजे । लेकिन रास्ता पर, हमने एक शेर से मिला । वह कहता था की वह जंगल का महाराज था, और उसने एक ही बार हमसे तीन खाये । मैं बाल ही बच सका । और अब, महाराज, माफ कीजिए की आपका भोजन इतना छोटा है । शेर गरजते हुए कहता है, "दूसरा शेर खुद को जंगल का महाराज बुलाता है ?
मुझे यहus बेवकूफ ko दिखाओ । वह मेरा दुश्मन है । मैं उसको मरूँगा ।"
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खरगोश शेर के साथ एक गहरा कुआँ जाता है । "महाराज, आपका दुश्मन गुफा में है ।" शेर कुआँ में देखता है । वह तुरंत दूसरे शेर को देखता है । खरगोश जनता है की "गुफा" एक कुआँ है, और दूसरा शेर सिर्फ प्रतिबिंब है । लेकिन गुस्से व भूखे शेर के मन में, वह असली दुश्मन है । गुस्सा शेर अपने प्रतिबिंब को हमलते लगते है । लड़खड़ाते हुए वह कुआँ में गिरके डूबता है । इसके बाद जंगल के जानवर खुश रह सकते हैं |
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मेरी खयाल से यह कहानी के पास कई पाठ हैं । हम सीखते हैं की कमजोर व्यक्ति शक्तिशाली व्यक्ति से मजबूत सकता है, जब कमजोर व्यक्ति मन इस्तेमाल करता है । हम सीखते है भी की लालच और गुस्सा अपने दिमाग में बदाल बना सकते हैं । अगर आप उन बदल के बीच नहीं देख सकते हैं, तो आप असल दुनिया नहीं देख सकते हैं । शायद इस कहानी के पास एक और पाठ है । अगर शेर शाकाहारी खाना ही खाता तो वह अभी भी जीवित होता । एक बैंगन आपको कभी नहीं धोका दिएगा ।
पंचतंत्र : खरगोश और शेर भाग २ |
१८ जून २०२५ अठारह जून बीस हजार पच्चीस पिछली बार, खरगोश चिंता रहता जंगल के महाराज के घर जा रहा था । अब हम देखेंगे, क्या होगा । खरगोश शेर के घर में घुसता है । शेर छोटा खरगोश देखकर चिल्लाने लगता है । "क्या यह छोटा जानवर मेरा आज रात का भोजन होगा ? १८ जून २०२५ Fine |
मेरी भूख बड़ी है । यह खरगोश मेरा पेट नहीं भर सकता है । क्या मुझे भूख रहना चाहीए ?" खरगोश काँपते हुए कहता है, "महाराज, माफ कीजिए । हम जानवर ने समझ की एक ही खरगोश बहुत छोटा भोजन होगा । इसलिए हमने चार खरगोश भेजे । लेकिन रास्ता पर, हमने एक शेर से मिला । वह कहता था की वह जंगल का महाराज था, और उसने एक ही बार हमसे तीन खाये । मैं बाल ही बच सका । और अब, महाराज, माफ कीजिए की आपका भोजन इतना छोटा है । शेर गरजते हुए कहता है, "दूसरा शेर खुद को जंगल का महाराज बुलाता है ? This sentence has been marked as perfect! |
मुझे यह बेवकूफ दिखाओ । वह मेरा दुश्मन है । मैं उसको मरूँगा ।" खरगोश शेर के साथ एक गहरा कुआँ जाता है । "महाराज, आपका दुश्मन गुफा में है ।" शेर कुआँ में देखता है । वह तुरंत दूसरे शेर को देखता है । खरगोश जनता है की "गुफा" एक कुआँ है, और दूसरा शेर सिर्फ प्रतिबिंब है । लेकिन गुस्से व भूखे शेर के मन में, वह असली दुश्मन है । गुस्सा शेर अपने प्रतिबिंब को हमलते लगते है । लड़खड़ाते हुए वह कुआँ में गिरके डूबता है । इसके बाद जंगल के जानवर खुश रह सकते हैं | मेरी खयाल से यह कहानी के पास कई पाठ हैं । हम सीखते हैं की कमजोर व्यक्ति शक्तिशाली व्यक्ति से मजबूत सकता है, जब कमजोर व्यक्ति मन इस्तेमाल करता है । हम सीखते है भी की लालच और गुस्सा अपने दिमाग में बदाल बना सकते हैं । अगर आप उन बदल के बीच नहीं देख सकते हैं, तो आप असल दुनिया नहीं देख सकते हैं । शायद इस कहानी के पास एक और पाठ है । अगर शेर शाकाहारी खाना ही खाता तो वह अभी भी जीवित होता । एक बैंगन आपको कभी नहीं धोका दिएगा । मुझे |
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